गायक- उस्ताद नुसरत फतेह अली खान
नित खैर मंगा सोहनियां मै तेरी दुआ न कोई होर मंगदी
तेरे पैरा च अखीर होवे मेरी,दुआ न कोई होर मंगदी
1-तू मिलिया ते मिल गई खुदाई वे,
हथ जोड़ आखां पावी न जुदाई वे,
मर जावागी जे अख मेतो फेरी,
दुआ न कोई होर मंगदी...
2- तेरे प्यार दिता जदो दा सहारा वे,
ओ माहिया भूल गया मेनू जग सारा वे,
ख़ुशी एहो मेनू सजना बथेरी,
दुआ न कोई होर मंगदी...
3- पावा वासता के कल्ली छड़ जाई ना
हासा किते मैनू जग दा बनाई ना,
मर जावागी जे अख मेतो फेरी,
दुआ न कोई होर मंगदी...
Transliteration
Nit khair manga sohniyaan main teri, duaa na koi hor mangdi
Tere pairan ch akheer hove meri, duaa na koi hor mangdi
1-Tu miliya te mil gayi khudaai ve,
Hath jod akhhan paavi na judaai ve,
Mar jawaangi je akh mainu pheri,
Duaa na koi hor mangdi...
2- Tere pyar dita jado da sahara ve,
O maahiya bhool gaya mainu jag sara ve,
Khushi eho mainu sajna batheri,
Duaa na koi hor mangdi...
3- Pawa vasta ke kalli chhad jaai na,
Hasa kite mainu jag da banaai na,
Mar jawaangi je akh mainu pheri,
Duaa na koi hor mangdi...
अर्थ (Meaning)
मैं हर समय, हर पल (प्रिय/ईश्वर) की भलाई और खुशी की दुआ माँगता हूँ। मेरी कोई और इच्छा नहीं है। मेरी आखिरी साँस तेरे चरणों में निकले, यही मेरी एकमात्र प्रार्थना है।
1- जब तू मुझे मिला, मुझे ईश्वर की प्राप्ति हो गई। प्रिय का मिलन ही ईश्वर का मिलन है।मैं हाथ जोड़कर विनती करता हूँ कि मुझे तुझसे कभी जुदाई न मिले। अगर तूने मुझसे मुँह फेर लिया, तो मैं मर जाऊँगी। मेरी कोई और दुआ नहीं, बस तेरा साथ चाहिए।
2- जब से तूने अपने प्यार का सहारा दिया है, हे मेरे प्रिय, मैं सारे संसार को भूल गया। यही खुशी मेरे लिए बहुत है। इसके अलावा मुझे और कोई दुआ नहीं चाहिए।
3- मैं तुझे (कसम) देता हूँ कि मुझे अकेला छोड़कर न जाना। कहीं ऐसा न हो कि मैं दुनिया के लिए हँसी का पात्र बन जाऊँ (प्रिय के बिना जीवन बेकार हो जाए)। अगर तूने मुझसे मुँह फेर लिया, तो मैं मर जाऊँगी।मेरी कोई और प्रार्थना नहीं, बस तेरा साथ चाहिए।
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