काफी- बाबा शाह हुसैन
1- रब्बा मेरे हाल का मेहरम तूँ
2- अंदर तूँ है, बाहर तूँ है, रोम-रोम में तूँ।
रब्बा मेरे हाल का मेहरम तूँ
3- तूँ है ताना, तूँ है बाना, सब कुछ मेरा तूँ।
रब्बा मेरे हाल का मेहरम तूँ
4- कहे हुसैन फ़क़ीर निमाना, मैं नहीं, सब तूँ।
रब्बा मेरे हाल का मेहरम तूँ
Transliteration
1- Rabba mere haal ka mehram tu
2- Andar tu hai, baahar tu hai, rom-rom mein tu
3- Rabba mere haal ka mehram tuTu hai taana, tu hai baana, sab kuchh mera tu
Rabba mere haal ka mehram tu
4- Kahe Hussain faqeer nimaana, main nahi, sab tu
Rabba mere haal ka mehram
अर्थ ( Meaning)
1-शाह हुसैन परमात्मा को संबोधित करते हुए कहते हैं कि वह उनके हर हाल, दर्द और भावना को जानने वाला है।
2- परमात्मा सर्वव्यापी है। वह अंदर, बाहर और शरीर के रोम-रोम में वास करता है।
3- परमात्मा शरीर और जीवन का आधार है, जैसे कपड़े का ताना-बाना। सारा अस्तित्व उसी का है।
4-शाह हुसैन नम्रता के साथ अपनी हस्ती को नकारते हुए कहते हैं कि उनमें कुछ भी नहीं, सब कुछ परमात्मा ही है।
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